OSE 10 Vedic Maths || चरम अंक या चारमांक व पूर्वोत्तमांक व विचलन

OSE 10 Vedic Maths || चरम अंक या चारमांक व पूर्वोत्तमांक व विचलन

लेखक

ॐ जितेन्द्र सिंह तोमर

(M.A., B. Ed., MASSCOM, DNYS )

(Specialist in Basic and Vedic Maths)

चरम अंक या चारमांक या अंतिम अंक या अंतिमांक

चरम अंक या चारमांक का अर्थ होता है अंतिम अंक अर्थात सबसे बड़ा या Lefter most अंक। इसे हम हिंदी में इकाई या इंग्लिश में Once कह सकते हैं। इसे हम अंतिम अंक End नंबर भी कहते हैं।

किसी संख्या का चरमांक या अंतिम अंक ज्ञात करना
संख्या 5 का चरमांक = 5
संख्या 10 का चरमांक = 0
संख्या 24 का चरमांक = 4
संख्या 89 का चरमांक = 9
संख्या 126 का चरमांक = 6
संख्या 2518 का चरमांक = 8
संख्या 54321 का चरमांक = 1

चरमांक या अंतिम अंक दो प्रकार के होते हैं 
1. प्राकृतिक अंक और 
2. संयुक्त अंक 

1. प्राकृतिक अंक:– जो अंक प्राकृतिक रूप से बने हैं । अर्थात 0 से 9 तक के  दसों अंक प्राकृतिक अंक हैं।
प्राकृतिक अंक – 0, 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8 और 9

2. संयुक्त अंक:– जो अंक प्राकृतिक अंकों के उपयोग से बनते हैं , संयुक्त अंक कहलाते हैं। ये भी दो प्रकार के हो सकते हैं ।
(i) हासिल रहित (नॉन कैरी) अंक और 
(ii) हासिल सहित (कैरी) अंक


निखिल अंक
इकाई के अलावा जो शेष अंक बचता है । उसे हम निखिल अंक कहते हैं। यह संख्या में इकाई के अलावा लिखा हुआ शेष भाग है ।

दूसरे शब्दों में हम कह सकते हैं कि किसी संख्या को दो भागों में बांटा जा सकता हैं। 

संख्या = (शेषांक) (इकाई)
या
संख्या = (निखिल अंक) (चरमांक)

किसी संख्या का निखिलांक ज्ञात करना

यहां  (निखिलांक) चरमांक लिखा है

संख्या 5 का निखिलांक         =        (0)5
संख्या 10 का निखिलांक       =        (1)0
संख्या 24 का निखिलांक       =        (2)4
संख्या 89 का निखिलांक       =        (8)9
संख्या 126 का निखिलांक     =   (126)6
संख्या 2518 का निखिलांक   =   (251)8
संख्या 54321 का निखिलांक = (5432)1

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पूर्वोत्तमांक
किसी संख्या के सबसे आखरी अंक को पूर्वोत्तमांक कहते हैं। 

दूसरे शब्दों में हम कह सकते हैं कि किसी संख्या को प्रथम अंक की फेस वैल्यू को पूर्वोत्तमांक   कहा जा सकता है जा सकता हैं। 

संख्या का प्रथम अंक = पूर्वोत्तमांक

किसी संख्या का पूर्वोत्तमांक ज्ञात करना

यहां  (पूर्वोत्तमांकप्रथमांक लिखा है

संख्या 5 का पूर्वोत्तमांक         =        0(5)
संख्या 10 का पूर्वोत्तमांक       =        1(0)
संख्या 24 का पूर्वोत्तमांक       =        2(4)
संख्या 89 का पूर्वोत्तमांक       =        8(9)
संख्या 126 का पूर्वोत्तमांक     =   1(266)
संख्या 2518 का पूर्वोत्तमांक   =   2(518)
संख्या 54321 का पूर्वोत्तमांक = 5(4321)

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पूर्वोत्तमांक वे चरमांक में अंतर
चरमांक या इकाई या निखिलांक के अंक को कहते हैं। जबकि पूर्वोत्तमांक सबसे आखरी संख्या को कहते हैं अर्थात किसी संख्या के सबसे आखरी अंक को पूर्वोत्तमांक कहते हैं। 

संख्या             पूर्वोत्तमांक         चरमांक
35                   3                      5
87                   8                      7
746                  7                      6
4782893         4                      3

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विचलन व विचलन के प्रकार

विचलन - जब दी गई संख्या में से आधार या उपाधार घटा दिया जाए तो प्राप्त होने वाला शेषफल विचलन कहलाता हैं।

विचलन के प्रकार

हम कह सकते हैं कि विचलन दो प्रकार से प्राप्त किए जाते हैं या दो प्रकार के होते हैं आधार से विचलन तथा उप आधार से विचलन

      विचलन संख्या – आधार

      विचलन संख्या – उपाधार

ज्ञात रहे कि विचलन धनात्मक तथा ऋणात्मक दोनों प्रकार का हो सकता है जैसे कि यदि संख्या आधार या उपाधार से बड़ी हैं तो विचलन  धनात्मक होता हैं, और यदि संख्या छोटी हैं तो विचलन ॠणात्मक होता हैं। 

आधार में जितने शून्य हो उतने अंक विचलन में रखते हैं।

* आधार 10 के सापेक्ष संख्या 18 का 

विचलन = 18 – 10 = + 8

* आधार 10 के सापेक्ष संख्या 9 का 

विचलन = 9 – 10 = – 1

* आधार 100 के सापेक्ष संख्या 197 का 

विचलन = 197– 100 = 97

* आधार 100 के सापेक्ष संख्या 97 का 

विचलन = 97– 100 = – 03



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