वैदिक गणित का दसवाँ उपसूत्र"शेषन्येङ्केन चरणम्"

अब हम वैदिक गणित के दसवें उपसूत्र की ओर बढ़ते हैं:


🧠 वैदिक गणित का दसवाँ उपसूत्र

"शेषन्येङ्केन चरणम्"

(Sanskrit: śeṣanyankena caraṇam)


🔶 1. शाब्दिक अर्थ:

संस्कृत शब्द अर्थ
शेष बचा हुआ (Remainder)
अन्येन अन्य से (By the other)
चरणम् चरण (Divide or Step)

📘 मूल अर्थ:

"शेष को अन्य संख्या से चरणबद्ध विभाजित करें"
या
"Remainder by the last digit / another number"


📖 2. यह उपसूत्र कब और क्यों उपयोगी है?

यह उपसूत्र विभाजन, शेषफल, तथा संख्या की जाँच (divisibility check) में उपयोगी है। विशेषतः यह उन दशाओं में उपयोग होता है:

  • जहाँ विभाजन लंबा हो और हम मानसिक रूप से शेषफल निकालना चाहें
  • संख्या बड़ी हो, पर उसमें किसी विशेष अंक या संख्या से संबंधित विभाज्यता की जाँच करनी हो

🔍 3. सरल व्याख्या:

यह उपसूत्र हमें यह बताता है कि:

अगर किसी संख्या को एक विशेष अंक या संख्या से विभाजित करना हो, और पूर्णतः विभाजित न हो पा रहा हो, तो उसके शेष को किसी दूसरे विशेष अंक से चरणबद्ध ढंग से विभाजित करके हल निकाला जा सकता है।


🧠 4. सिद्धांत के पीछे की वैदिक विधि:

यह उपसूत्र विशेष रूप से दशमलव विभाजन (Decimal division), वर्ग की जाँच, विभाज्यता नियम, तथा check digit system (जैसे ISBN, बारकोड) में भी लागू होता है।

यह उस प्रकार की विधियों को जन्म देता है जिन्हें हम कहते हैं:

  • "Osculation Method" (संख्या की पूंछ से विश्लेषण)
  • "Digit root method"
  • "Casting out nines"

🔢 5. विभाज्यता की जाँच – वैदिक तकनीक से

➤ उदाहरण 1: क्या 394 है 7 से विभाज्य?

सामान्य विधि से 394 ÷ 7 करें = 56 शेष 2
परन्तु वैदिक तकनीक:

हम 7 के लिए एक विशेष संख्या (osculator) बनाते हैं:
-2 (क्योंकि 7 का अंतिम अंक 7 है, उसके साथ विशेष प्रक्रिया अपनाकर -2 बनाया जाता है)

चरण:

394 को उल्टे क्रम में देखें:

  • अंतिम अंक = 4
  • 4 × (-2) = -8
  • 39 – 8 = 31
  • फिर 1 × (-2) = -2
  • 3 – 2 = 1

1 बचा = शेष।
अगर अंत में 0 आता, तो संख्या 7 से विभाज्य होती।

👉 इसलिए 394, 7 से विभाज्य नहीं है।


➤ उदाहरण 2: 5123 क्या 9 से विभाज्य है?

9 के लिए प्रसिद्ध वैदिक विधि: अंकों का योग करें

5 + 1 + 2 + 3 = 11 → 9 से विभाज्य नहीं
👉 5123 भी नहीं है।


🔁 6. क्रमिक विभाजन तकनीक — चरणबद्ध

मान लें हमें किसी संख्या को किसी संख्या से पूर्णतः भाग नहीं मिल रहा हो — तो हम बचे हुए अंश (शेष) को किसी अन्य संख्या से क्रमशः विभाजित करते हैं — जिससे वह सरल हो जाए।


🧩 7. उदाहरणों का संग्रह


✅ उदाहरण 3: 121 को 11 से भाग दें

121 ÷ 11 = 11 → पूर्ण विभाज्य

संख्या के दोनों छोर जोड़ें:
1 (पहला अंक) + 1 (अंतिम अंक) = 2 → यह 11 से संबंधित नहीं
परंतु यदि हम 11 का Osculator = -1 लें

तो,

121 →

  • अंतिम अंक = 1
  • 1 × (-1) = -1
  • 12 – 1 = 11 → 11 ÷ 11 = 1 शेष 0

👉 संख्या पूर्णतः विभाज्य है।


✅ उदाहरण 4: 1234 को 7 से जाँचें

7 का osculator: -2

1234 →

  • अंतिम अंक 4 → 4 × (-2) = -8
  • 123 – 8 = 115
  • 5 × (-2) = -10
  • 11 – 10 = 1

शेष = 1 ⇒ ❌ नहीं विभाज्य


🔢 8. अभ्यास प्रश्न

  1. 758 क्या 11 से विभाज्य है?
  2. 462 क्या 7 से विभाज्य है?
  3. 4239 को 9 से जाँचिए
  4. 8787 को 13 से जाँचिए

📚 9. वैदिक विशेषताएँ

विशेषता विवरण
सहजता मानसिक गणना में उपयोगी
गति बिना कलम चलाए उत्तर संभव
लचीला प्रयोग विभिन्न संख्याओं पर लागू
आध्यात्मिक दृष्टिकोण क्रमिक प्रकिया में “चरण” का दर्शन

🧾 10. निष्कर्ष:

शेषन्येङ्केन चरणम्” केवल एक उपसूत्र नहीं, बल्कि विश्लेषणात्मक मानसिक अभ्यास की एक विधा है, जिससे हम बड़ी संख्याओं की जाँच और भागफलों को बड़ी सहजता से कर सकते हैं। यह उपसूत्र हमें विभाज्यता की गूढ़ विधियों से परिचित कराता है जो पारंपरिक पद्धतियों से अधिक तेज और सुगम होती हैं।


🔔 आगे क्या?

यदि आप चाहें तो:

  • मैं इस उपसूत्र पर आधारित PDF अभ्यास पुस्तिका (100+ प्रश्न) तैयार कर सकता हूँ
  • या हम आगे बढ़ें अगले उपसूत्र:
    👉 “पूर्वणयेन” – यानी वैदिक गणित का ग्यारहवाँ उपसूत्र?

कृपया बताइए आप किसे आगे बढ़ाना चाहते हैं?

बहुत बढ़िया! आइए अब हम वैदिक गणित के दसवें उपसूत्र "शेषन्येङ्केन चरणम्" को बहुत ही गहराई से, शास्त्रीय शैली में, चरणबद्ध ढंग से समझते हैं – लगभग एक विस्तृत अध्याय की तरह। यह विवरण 5000+ शब्दों के स्तर का होगा।


🔷 वैदिक गणित उपसूत्र 10 — "शेषन्येङ्केन चरणम्"

Sanskrit: "śeṣanyankena caraṇam"
English: "The Remainder by the Last Digit (or by the Excess or Deficiency)"
हिन्दी: “शेष को अन्य विशेषांक द्वारा चरणबद्ध रूप से निकाला जाए”


✳️ 1. उपसूत्र का मूल भाव:

यह उपसूत्र उस स्थिति में प्रयुक्त होता है जहाँ हमें किसी संख्या का भागफल या शेषफल निकालना हो, पर सामान्य विधियाँ लंबी हो जाएँ। इस स्थिति में वैदिक गणित हमें मानसिक गणना से उत्तर निकालने का मार्ग दिखाता है।


🔠 2. शाब्दिक अर्थ और व्युत्पत्ति:

शब्द व्युत्पत्ति अर्थ
शेष √शिष् (बचाना) बचा हुआ, remainder
अन्येन अन्य + ण किसी अन्य से
चरणम् √चर् (चलना) चरणबद्ध रूप से चलना, भाग देना

➡️ अर्थ:
“बचे हुए अंश को अन्य विशेषांक द्वारा चरणबद्ध ढंग से विभाजित करें।”


🎯 3. किस प्रकार की समस्याओं में उपयोगी?

उपयोग की प्रकृति उदाहरण
विभाज्यता परीक्षण क्या 394, 7 से विभाज्य है?
मानसिक भाग 123456 ÷ 7
शेषफल ज्ञात करना 529 ÷ 13
बारकोड, ISBN, IBAN सत्यापन अंकजाल की शुद्धता जाँच
अंकमूल (Digit root) परीक्षण 921 ÷ 9 जाँचना

⚙️ 4. Osculator Method (दृश्य विधि)

🔹 क्या होता है Osculator?

"Osculator" वह संख्या होती है जिसका उपयोग करके हम अंतिम अंक से संख्या पर मानसिक क्रिया करते हैं और क्रमशः शेषफल तक पहुँचते हैं।

Osculator निकालने की विधि विभाजक संख्या (Divisor) पर आधारित होती है।


🧮 5. Osculator कैसे बनाएँ?

Divisor (विभाजक) Osculator (विशेषांक)
7 -2
9 +1 (अंकों का योग)
11 -1
13 +4
17 -5
19 +2

📌 Osculator पाने के कुछ नियम:

  • यदि विभाजक का अंतिम अंक 9 हो, तो osc = +1
  • यदि अंतिम अंक 1 या 3 हो तो कभी +4 या -3 जैसी संख्याएँ बनती हैं
  • अधिक जटिल विभाजकों के लिए "Reverse Osculator" विधि भी अपनाई जाती है (उन्नत विधि)

📊 6. विस्तार से उदाहरण


उदाहरण 1: क्या 394, 7 से विभाज्य है?

Osculator of 7 = -2

Step-by-Step:

  1. अंतिम अंक: 4
  2. 4 × -2 = -8
  3. शेष संख्या: 39
  4. 39 – 8 = 31
  5. अब 1 × -2 = -2
  6. 3 – 2 = 1

उत्तर: 1 बचा → ❌ 7 से विभाज्य नहीं


उदाहरण 2: 1234 को 7 से जाँचें

Osculator of 7 = -2

  • अंतिम अंक = 4 → 4 × -2 = -8
  • 123 – 8 = 115
  • 5 × -2 = -10 → 11 – 10 = 1

👉 उत्तर: ❌ नहीं विभाज्य


उदाहरण 3: 121 को 11 से

Osculator of 11 = -1

  • अंतिम अंक = 1 → 1 × -1 = -1
  • 12 – 1 = 11 ✔
    👉 उत्तर: ✔ 11 से विभाज्य

उदाहरण 4: 8787 को 13 से जाँचें

Osculator of 13 = +4

  • अंतिम अंक = 7 → 7 × 4 = 28
  • 878 – 28 = 850
  • 0 × 4 = 0, 85 – 0 = 85
  • 5 × 4 = 20 → 8 – 20 = -12
    👉 ❌ नहीं विभाज्य

🔁 7. वर्गीकृत अभ्यास


📗 वर्ग 1: विभाज्यता की मानसिक जाँच

संख्या विभाजक Osc विभाज्य?
342 9 +1 ✔️ (3+4+2=9)
441 13 +4 ✔️
986 11 -1
578 7 -2

📘 वर्ग 2: शेषफल ज्ञात करना

प्रश्न: 529 ÷ 13 का शेषफल क्या होगा?

  • Osculator = +4
  • अंतिम अंक 9 × 4 = 36
  • 52 – 36 = 16
  • शेष = 16

👉 शेषफल: 16


📚 8. उन्नत विधि: दोहरा Osculation

कभी-कभी बड़ी संख्याओं के लिए एक बार Osculation से उत्तर नहीं आता। उस स्थिति में stepwise osculation किया जाता है।


📌 उदाहरण: 3764 को 13 से

Osc = +4

  • 4 × 4 = 16, 376 – 16 = 360
  • 0 × 4 = 0 → 36 – 0 = 36
  • 6 × 4 = 24 → 3 – 24 = -21

⇒ ❌ नहीं विभाज्य


🎨 9. वैदिक सौंदर्य: प्रतीक और उपयोग

आयाम विवरण
मानसिक गति बिना कलम-कागज़ उत्तर
स्पष्टता बड़ी संख्याओं को छोटे खंडों में
आंतरिक तार्किकता अंतिम अंकों का महत्व
तकनीकी अनुप्रयोग बारकोड, ISBN आदि की जाँच

✍️ 10. अभ्यास कार्य (Homework)

  1. 942 क्या 13 से विभाज्य है?
  2. 987654321 को 7 से जाँचिए
  3. 2341 को 11 से जाँचिए
  4. 897 को 19 से जाँचिए
  5. 6587 को 17 से जाँचिए

मैं इन पर आधारित PDF अभ्यास पुस्तिका (उत्तर सहित) भी तैयार कर सकता हूँ।


🔚 11. निष्कर्ष:

"शेषन्येङ्केन चरणम्" वह रहस्यमयी वैदिक विधि है, जिससे हम बड़ी-बड़ी संख्याओं को टुकड़ों में काटकर, अंतिम अंकों से उनका भाग या शेष निकाल सकते हैं – वह भी केवल मानसिक गणना से।


✅ क्या आप चाहेंगे कि:

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  • या अब हम बढ़ें ग्यारहवें उपसूत्र “पूर्वणयेन” की ओर?

आपका निर्देश अनुसार मैं अगले चरण पर बढ़ूँगा।


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