वैदिक गणित उपसूत्र – "शोध्यशोधकभेदे शक्तिः"
🔷 अर्थ और व्याख्या:
संस्कृत में:
शोध्य-शोधक-भेदे शक्तिः
- शोध्य (Shodhya): जिससे घटाया जाए (minuend)
- शोधक (Shodhak): जो घटाया जाए (subtrahend)
- भेद (Bheda): उनके बीच का अंतर (difference)
- शक्ति (Shakti): किसी प्रकार की विशेष शक्ति, गुण, या नियम
👉 इसका सामान्य अर्थ है:
“जब किसी गणना में शोध्य और शोधक (घटाने वाले और जिससे घटाना है) के बीच कोई निश्चित अंतर हो, तो उस अंतर का विशेष उपयोग (शक्ति) किया जा सकता है।”
🔷 प्रमुख उपयोग:
यह उपसूत्र विशेष रूप से घटाव, वर्गमूल, और घनमूल जैसे प्रश्नों में प्रयोग होता है, जहाँ दो संख्याओं के बीच का अंतर ज्ञात या पूर्वानुमानित होता है।
🔶 प्रयोग – उदाहरण सहित:
📘 उदाहरण 1: घटाव में शक्ति का प्रयोग
प्रश्न: 1003² - 997² = ?
✅ सामान्य विधि से:
1003² = 1006009
997² = 994009
अंतर = 1006009 - 994009 = 12000
✅ अब उपसूत्र से: हम जानते हैं,
a² - b² = (a - b)(a + b)
तो यहाँ,
1003² - 997² = (1003 - 997) × (1003 + 997)
= 6 × 2000 = 12000
➡️ इस तरह "शोध्य-शोधक के बीच का भेद" 6 है और यह शक्ति बन गया।
📘 उदाहरण 2: वर्गमूल के पास की संख्याओं का अंतर
प्रश्न: 102² - 98² = ?
= (102 - 98)(102 + 98) = 4 × 200 = 800
➡️ यहाँ अंतर (भेद) = 4 है, और यही शक्ति बनकर सरल गणना संभव बनाती है।
📘 उदाहरण 3: बीजगणितीय रूप
a² - b² = (a - b)(a + b)
जब दो संख्याएँ एक-दूसरे के पास हों, तो उनका अंतर ज्ञात होने पर इस सूत्र से तेजी से गणना की जा सकती है।
इसमें उपसूत्र का मूल भाव है:
"भेद" = "शक्ति" = उसे तुरंत प्रयोग में लो।
📘 उदाहरण 4: अनुप्रयुक्त गणना (Applied calculation)
प्रश्न: एक संख्या x = 1005, दूसरी y = 995
तो x² - y² = ?
= (1005 - 995)(1005 + 995) = 10 × 2000 = 20000
➡️ बिना वर्ग निकाले ही उत्तर!
🔶 अन्य गणनाओं में प्रयोग:
- घनमूल से संबंधित
- अनुपातों में
- क्षेत्रमिति में
- जल्दी घटाव की तकनीक में
🔷 मानसिक गणना में योगदान:
यह उपसूत्र गणना को तेज़ बनाने में मदद करता है क्योंकि हम:
- बड़े अंकों की गणना करने के बजाय अंतर (भेद) का प्रयोग करते हैं।
- खासकर तब जब संख्याएँ एक-दूसरे के पास हों।
🔶 अभ्यास प्रश्न (हल सहित) – संक्षेप में:
प्रश्न | उपसूत्र विधि से हल |
---|---|
1004² - 996² | (8)(2000) = 16000 |
52² - 48² | (4)(100) = 400 |
1002² - 998² | (4)(2000) = 8000 |
120² - 80² | (40)(200) = 8000 |
x² - y² = 121, x - y = 11, तो x + y = ? | 11×(x + y) = 121 ⇒ x + y = 11 |
🔷 सारांश:
- यह उपसूत्र संख्याओं के अंतर को एक गणनात्मक शक्ति में बदलता है।
- वर्गांतर सूत्र से घन, वर्ग, अनुपात आदि के प्रश्नों को मानसिक रूप से हल करने की अद्भुत कुंजी प्रदान करता है।
- इसका नाम "शोध्यशोधकभेदे शक्तिः" ही संकेत करता है कि "भेद" में "शक्ति" है।
यदि आप चाहें तो मैं:
- इसके 100 अभ्यास प्रश्न हल सहित
- या इसका वीडियो स्क्रिप्ट
भी तैयार कर सकता हूँ।
क्या मैं आगे अभ्यास प्रश्न देने शुरू करूं?
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