प्राचीन रोम में प्रयोग किए जाने वाले संख्यांको को रोमन संख्या में कहते हैं। रोमन संख्यांको द्वारा दर्शायी जाने वाली संख्यांक पद्धति का प्राचीन रोम में उद्गम हुआ। यह पद्धति उत्तर मध्य युग में पूर्ण यूरोप में संख्याओं को लिखना का सामान्य रूप से प्रयोग में आती रही। यूरोप के प्राचीन शहर रोम में इन संख्या का प्रयोग अत्यधिक होता था इसलिए, इसका नाम रोमन नंबर पड़ा। इन्हें अंग्रेजी वर्णमाला के वर्ण द्वारा व्यक्त किया जाता है। इस भाषा में प्रत्येक वर्ण का उदेश्य किसी खास वैल्यू या अंक को व्यक्त करना होता है।
रोमन अंक प्रणाली प्राचीन रोम की संख्या प्रणाली है, जिसमें लातिनी अर्थात लैटिन भाषा के अक्षरों को जोड़कर संख्याएँ लिखी जाती थीं। जैसा कि हमने बताया कि रोमन अंक प्रणाली प्राचीन रोम में प्रचलित थी। जो बाद में सम्पूर्ण यूरोप में प्रसिद्ध हुआ और आज लगभग सम्पूर्ण विश्व में गणनाओं के लिए प्रयोग किया जाता है।
लिखावट में अनुसार सरल और स्मरणीय होने के कारण Roman Numerals अर्थात रोमन नंबर का प्रयोग किसी भी तिथि, या संख्या को सरलता से व्यक्त करने के लिए होता है।
What is Roman Number | Roman Numerals
The numbers used in ancient Rome are called Roman numerals. The numbering system represented by Roman numerals originated in ancient Rome. This method of writing numbers remained in common use throughout Europe in the late Middle Ages. These numbers were used extensively in the ancient city of Rome, Europe, hence the name Roman numbers. These are expressed by letters of the English alphabet. The purpose of each character in this language is to express a particular value or number.
The Roman numeral system is the number system of ancient Rome, in which numbers were written by adding Latin letters. As we said that the Roman numeral system was prevalent in ancient Rome. Which later became famous all over Europe and is used for calculations almost all over the world today.
Due to being simple and memorable in handwriting, Roman Numerals ie Roman numbers are used to express any date, or number easily.
रोमन मुख्यांक
आइए सबसे पहले रोमन मुख्यांक के बारे में जान ले इससे हमें रोमन अंक के लिखने में आसानी रहेगी। वास्तव में रोमन नंबर अंग्रेजी के सात बड़े अक्षर I, V, X, L, C, D और M से मिलकर बनते हैं। इन अक्षरों को हम रोमन मुख्यांक कहते है। प्रत्येक मुख्यांक एक खास वैल्यू या खास अंक को व्यक्त करता है। जो इस प्रकार है :–
1 5 10 50 100 500 1000
I V X L C D M
1 5 10 50 100 500 1000
I V X L C D M
यह नियम हमेशा याद रखें कि
रोमन अंकों में मुख्यांक के बाएँ तरफ़ लिखने का मतलब है कि वह संख्या मुख्यांक से कम की जा रही या घटाई जा रही है और दाएँ तरफ़ लिखने का मतलब है कि वह संख्या मुख्यांक में बढ़ाई या जोड़ी जा रही है।
Always remember this rule
Writing in Roman numerals to the left of the main number means that the number is being subtracted or subtracted from the main number, and writing to the right means that the number is being increased or added to the main number.
हले दस रोमन अंक इस प्रकार हैं -
English No. | Roman Number | रोमन नंबर का मान |
1 | I | 1 |
2 | II | 1 + 1 |
3 | III | 1 + 1 + 1 |
4 | IV | 5 – 1 |
5 | V | 5 |
6 | VI | 5 + 1 |
7 | VII | 5 + 1 + 1 |
8 | VIII | 5 + 1 + 1 + 1 |
9 | IX | 10 – 1 |
10 | X | 10 |
यह 10 रोमन अंक मुख्य रोमन अंक हैं जो हमेशा काम आएंगे। इस लिए इन्हें अच्छे से रख लें। हमने रोमन अंको से संबंधित 1 से 100 तक गिनती रोमन नंबर चार्ट, रोमन नंबर, रोमन लेटर्स और रोमन नंबर लिखकर यहाँ एक चार्ट द्वारा समझाया गया है। जो रोमन अंक लेखन को सरल और उपयोगी बनाता है। इसमें उपलब्ध तथ्यों को समझकर रोमन संख्या का प्रयोग आप सरलता से कर सकते है।
These 10 Roman numerals are the main Roman numerals that will always come in handy. That's why keep them well. We have given Roman Number Chart, Roman Numbers, Roman Letters and Writing Roman Numbers from 1 to 100 related to Roman Numerals explained here by a chart. Which makes Roman numeral writing simple and useful. You can easily use Roman numbers by understanding the facts available in it.
रोमन नंबर चार्ट 1 से 1000 तक | Roman Numerals Chart in Hindi
- ->I 10 ->X 100->C
- ->II 20 ->XX 200->CC
- ->III 30->XXX 300->CCC
- ->IV 40->XL 400 ->CD
- ->V 50->L 500->D
- ->VI 60->LX 600->DC
- ->VII 70->LXX 700->DCC
- ->VIII 80->LXX 800->DCC
- ->IX 90->XC 900->CM
- ->X 100->C 1000->M
नीचे दिए गए तालिका को भी समझने का प्रयास करें
संख्याओं को व्यक्त करने से पहले रोमन नंबर के प्रयोग के सम्बन्ध में कुछ सामान्य जानकारी का अध्ययन आवश्यक है जिसे रोमन नंबर चार्ट में दर्शाया गया है। यहाँ 1 से 1000 तक रोमन नुमेरल्स है जिसमे अलग-अलग रोमन सिंबल शामिल है।
चार्ट का प्रयोग कर अंको को सरलता से हल कर सकते है और किसी विशेष अंक को लिखने के लिए इस चार्ट का उपयोग भी कर सकते है.
Also try to understand the below table
रोमन संख्या लिखने के नियम
Roman Numerals को मुख्यतः कुछ नियमों के अनुसार व्यवस्थित किया गया है ताकि संख्याओं को व्यक्त करने या लिखने में कोई परेशानी न हो। इन नियमों को हम रोमन नंबर रूल्स के नाम से जानते है। ये नियम शब्दों को एक नियमबद्ध श्रृंखला में समायोजित करता है।
1. वास्तव में रोमन नंबर अंग्रेजी के सात बड़े अक्षर I, V, X, L, C, D और M से मिलकर बनते हैं।
2. एक से 10 तक लिखी संख्याओं को देखने के बाद हमें पता चलता है कि यदि रोमन मुख्यांक के दाई तरफ़ कोई छोटी संख्या हो, तो उसे रोमन मुख्यांक में जोड़ा जाता है। जैसे,
★ VII = 5+1+1 = 7 (यहां रोमन मुख्यांक 5 है जिसमें 1 + 1 =2 को जोड़ा गया है। )
★ XVI = 10+5+1 = 16 (यहां रोमन मुख्यांक 10 और 5 है जिसमें 1 को जोड़ा गया है। )
★ XVIII = 10+5+1+1+1 = 18 (यहां रोमन मुख्यांक 10 और 5 है जिसमें 1 + 1 +1 = 3 को जोड़ा गया है। )
VI=5+1=6 ,
XII =10+2 =12 ,
LXV =50+10+5 =65 ,
XII =10+2 =12 इत्यादि
3. यदि कोई छोटी संख्या रोमन मुख्यांक के बांयीं तरफ स्थित हो, तो बांयी तरफ वाली संख्या रोमन मुख्यांक में से घटाई या कम की जाती है।
★ IV = 5–1 = 4 (यहां रोमन मुख्यांक 5 है जिसमें 1 को घटाया गया है। )
★ IX = 10 – 1 = 9 (यहां रोमन मुख्यांक 10 है जिसमें 1 को घटाया गया है। )
★ XIV = 10+5–1= 14 (यहां रोमन मुख्यांक 10 और 5 है जिसमें 1 को घटाया गया है। )
IV =5 -1 =4 ,
IX =10-1 =9 ,
XL =50 -10=40 ,
XC =100-10=90.
4. रोमन मुख्यांक का प्रयोग लगातार तीन बार से ज्यादा नही कर सकते है। चार बार लिखने पर संख्या गलत हो जाती है। जैसे; (अपवाद भी है संकेत V , L और D की कभी भी पुनरावृति नहीं होती है जैसे V लगातार दो VV बार नहीं आ सकता। यह एक ही बार आता है।)
III
XXX
CCC
अब हम समझ गए कि रोमन मुख्यांक का तीन से अधिक बार पुनरावृती नहीं होती यदि हम 4 = IIII है तो यह नियमानुसार गलत हो जायेगा और यदि हम 40=XXXX लिखते है तो भी यह गलत हो जायेगा। यहाँ हम 4 को IV और 40 को XL लिखेगें।
5. यदि किसी संकेत का पुनरावृती होती है तो यह जीतनी बार आता है उसका मान उतना हीं बार जोड़ दिया जाता है। ,उदाहरण के तौर पर हम समझेगें
I =1 ,
II = 1+1=2 ,
III =1+1+1= 3 इत्यादि
X = 10 ,
XX = 10+10=20 ,
XXX = 10+10+10=30 इत्या
C =100 ,
CC = 100+100=200 ,
CCC = X100+100+100=300
इत्यादि
6. छोटे मान वाला किसी भी संकेत का बड़े मान वाले संकेत के बाई ओर अर्थात पहले लिखते समय इसकी पुनरावृती नहीं होती है .for example
जैसे- XXC – गलत है ,IIX गलत है ,XXL गलत है ।
संकेतों V ,L और D को कभी बड़े मान वाले संकेत के बाई ओर नहीं लिखा जाता है, अर्थात V, L और D के मानों को कभी भी घटाया नहीं जा सकता है ,जैसे हम VX या LC नहीं लिख सकते यह गलत हो जायेगा।
7. संकेत I को केवल V और X में हीं घटाया जा सकता है और X को केवल L और C में हीं घटाया जा सकता है ठीक वैसे हिं C को केवल M और D में घटाया जा सकता है जैसे – 4 = IV ,
9 = IX ,
40 =XL ,
90 = XC इत्यादि..
The rules of writing Roman Numerals
Roman Numerals are mainly arranged according to certain rules so that there is no difficulty in expressing or writing numbers. We know these rules by the name of Roman Number Rules. This rule arranges the words in a regular sequence.
1. In fact Roman numbers are made up of seven uppercase letters I, V, X, L, C, D and M.
2. After looking at the numbers written from 1 to 10, we come to know that if there is a smaller number on the right side of the Roman numeral, then it is added to the Roman numeral. As,
★ VII = 5+1+1 = 7 (Here the Roman numeral is 5 to which 1 + 1 = 2 is added.)
★ XVI = 10+5+1 = 16 (Here the Roman numerals are 10 and 5 to which 1 is added.)
★ XVIII = 10+5+1+1+1 = 18 (Here Roman numerals are 10 and 5 to which 1 + 1 +1 = 3 is added.)
VI=5+1=6 ,
XII =10+2 =12 ,
LXV = 50+10+5 = 65 ,
XII = 10+2 = 12 etc.
3. If a smaller number is located to the left of the Roman numeral, then the number on the left is subtracted from the Roman numeral.
★ IV = 5–1 = 4 (Here the Roman numeral is 5 with 1 subtracted from it.)
★ IX = 10 – 1 = 9 (Here the Roman numeral is 10 with 1 subtracted from it.)
★ XIV = 10+5–1= 14 (Here the Roman numerals are 10 and 5 in which 1 is subtracted.)
IV = 5 - 1 = 4 ,
IX =10-1 =9 ,
XL = 50 - 10 = 40 ,
XC = 100-10 = 90.
. Roman numerals cannot be used more than three times in a row. The number becomes wrong when written four times. As; (There is also the exception that the symbols V , L and D are never repeated such that V cannot occur twice in a row VV . It occurs only once.)
III
XXX
ccc
Now we understand that the Roman numeral is not repeated more than three times. If we write 4 = IIII then it will be wrong according to the rule and if we write 40 = XXXX then it will also be wrong. Here we will write 4 as IV and 40 as XL.
5. If a symbol is repeated, then as many times it appears, its value is added that many times. For example, we will understand
I = 1 ,
II = 1+1=2 ,
III = 1+1+1= 3 and so on
X = 10 ,
XX = 10+10=20
XXX = 10+10+10=30 and so on
C=100,
CC = 100+100=200 ,
CCC = X100+100+100=300
And so on
6. Any symbol with smaller value is not repeated on the left side of the symbol with larger value i.e. before it is written.for example
For example, XXC is wrong, IIX is wrong, XXL is wrong.
The signals V , L and D are never written to the left of the signal with the larger value, that is, the values of V, L and D can never be subtracted, like we cannot write VX or LC, it will be wrong.
7. The symbol I can be reduced to only V and X and X can be reduced to only L and C similarly C can be reduced to only M and D such that – 4 = IV ,
9 = IX,
40=XL
90 = XC etc..
1 से 100 तक रोमन गिनती लिखे:
English No. | Roman Number | रोमन नंबर का मान |
1 | I | 1 |
2 | II | 1 + 1 |
3 | III | 1 + 1 + 1 |
4 | IV | 5 – 1 |
5 | V | 5 |
6 | VI | 5 + 1 |
7 | VII | 5 + 1 + 1 |
8 | VIII | 5 + 1 + 1 + 1 |
9 | IX | 10 – 1 |
10 | X | 10 |
11 | XI | 10 + 1 |
12 | XII | 10 + 1 + 1 |
13 | XIII | 10 + 1 + 1 + 1 |
14 | XIV | 10 – 1 + 5 |
15 | XV | 10+5 |
16 | XVI | 10+5+1 |
17 | XVII | 10+5+1+1 |
18 | XVIII | 10 + 5 + 1 + 1 + 1 |
19 | XIX | 10-1+10 |
20 | XX | 10+10 |
21 | XXI | 10+10+1 |
22 | XXII | 10+10+1+1 |
23 | XXIII | 10+10+1+1+1 |
24 | XXIV | 10+10-1+5 |
25 | XXV | 10+10+5 |
26 | XXVI | 10+10+5+1 |
27 | XXVII | 10+10+5+1+1 |
28 | XXVIII | 10+10+5+1+1+1 |
29 | XXIX | 10+10-1+10 |
30 | XXX | 10+10+10 |
31 | XXXI | 10+10+10+1 |
32 | XXXII | 10+10+10+1+1 |
33 | XXXIII | 10+10+10+1+1+1 |
34 | XXXIV | 10+10+10-1+5 |
35 | XXXV | 10+10+10+5 |
36 | XXXVI | 10+10+10+5+1 |
37 | XXXVII | 10+10+10+5+1+1 |
38 | XXXVIII | 10+10+10+5+1+1+1 |
39 | XXXIX | 10+10+10-1+10 |
40 | XL | 50-10 |
41 | XLI | 50-10+1 |
42 | XLII | 50-10+1+1 |
43 | XLIII | 50-10+1+1+1 |
44 | XLIV | 50-10-1+5 |
45 | XLV | 50-10+5 |
46 | XLVI | 50-10+5+1 |
47 | XLVII | 50-10+5+1+1 |
48 | XLVIII | 50-10+5+1+1+1 |
49 | XLIX | 50-10-1+10 |
50 | L | 50 |
51 | LI | 50+1 |
52 | LII | 50+1+1 |
53 | LIII | 50+1+1+1 |
54 | LIV | 50-1+5 |
55 | LV | 50+5 |
56 | LVI | 50+5+1 |
57 | LVII | 50+5+1+1 |
58 | LVIII | 50+5+1+1+1 |
59 | LIX | 50-1+10 |
60 | LX | 50+10 |
61 | LXI | 50+10+1 |
62 | LXII | 50+10+1+1 |
63 | LXIII | 50+10+1+1+1 |
64 | LXIV | 50+10-1+5 |
65 | LXV | 50+10+5 |
66 | LXVI | 50+10+5+1 |
67 | LXVII | 50+10+5+1+1 |
68 | LXVIII | 50+10+5+1+1+1 |
69 | LXIX | 50+10-1+10 |
70 | LXX | 50+10+10 |
71 | LXXI | 50 + 10 + 10 + 1 |
72 | LXXII | 50 + 10 + 10 + 2 |
73 | LXXIII | 50 + 10 + 10 + 3 |
74 | LXXIV | 50 + 10 +10 + 4 |
75 | LXXV | 50 + 10 + 10 + 5 |
76 | LXXVI | 50 + 10 + 10 + 6 |
77 | LXXVII | 50 + 10 + 10 + 7 |
78 | LXXVIII | 50 + 10 + 10 + 8 |
79 | LXXIX | 50 + 10 + 9 + 10 |
80 | LXXX | 50 + 10 + 10 + 10 |
81 | LXXXI | 50 + 10 + 10 + 10 + 1 |
82 | LXXXII | 50 + 10 + 10 + 10 + 1 + 1 |
83 | LXXXIII | 50 + 10 + 10 + 10 + 1 + 1 + 1 |
84 | LXXXIV | 50 + 10 + 10 + 10 – 1 + 5 |
85 | LXXXV | 50 + 10 + 10 + 10 + 5 |
86 | LXXXVI | 50 + 10 + 10 + 10 + 5 + 1 |
87 | LXXXVII | 50 + 10 + 10 + 10 + 7 |
88 | LXXXVIII | 50 + 10 + 10 + 10 + 8 |
89 | LXXXIX | 50 + 10 + 10 + 10 + 9 |
90 | XC | 100-10 |
91 | XCI | 100 – 10 + 1 |
92 | XCII | 100 – 10 + 1 + 1 |
93 | XCIII | 100 – 10 + 1 + 1 + 1 |
94 | XCIV | 100 – 10 – 1 + 5 |
95 | XCV | 100 – 10 + 5 |
96 | XCVI | 100 – 10 + 5 + 1 |
97 | XCVII | 100 – 10 + 5 + 1 + 1 |
98 | XCVIII | 100 – 10 + 5 + 1 + 1 + 1 |
99 | XCIX | 100 – 10 – 1 + 10 |
100 | C | 100 |
बड़े रोमन नंबर लिस्ट
हम छोटे रोमन नंबर्स के साथ-साथ
1 5 10 50 100 500 1000
I V X L C D M
हम छोटे छोटे रोमन नंबर को लिखना सीख गए हैं । इनकी सहायता से हम 3999 तक के अंको को ही दर्शा सकते हैं यदि हमें उनसे बड़े अंक लिखने होंगे तो हम कुछ अन्य रोमन अंको का उपयोग करेंगे।
ये अक्षर बड़ी संख्याओं को व्यक्त करने में मदद करते है।
5000 | 10,000 | 50,000 | 100,000 | 500,000 | 1000,000 |
V̅ | X̅ | L̅ | C̅ | D̅ | M̅ |
उपरोक्त रोमन मुख्यांकों को देखने से पता लगता है कि यदि हम रोमन मुख्यांकों के ऊपर बार (—) लगा दे तो वे अंक उसके हजार गुना हो जाते हैं।
महत्वपूर्ण तथ्य
★ रोमन अंको में शून्य नहीं होता। इसलिए इनमें बड़ी-बड़ी संख्याओं को लिखना बहुत कठिन हो जाता है। इनमें बहुत से अक्षर होने से उन्हें समझने में भी समय लगता है और रोमन अंकों में गणित करना बहुत ही मुश्किल हो जाता है।
★ भारतीय प्रणाली की तरह रोमन में स्थानीय मान (प्लेस वैल्यू) की अवधारणा नहीं है।
★ जैसे-जैसे भारतीय अंक प्रणाली मध्य पूर्व और फिर यूरोप में फैलने लगी वैसे वैसे, रोमन अंकों का प्रयोग केवल वर्गों व अध्यायों के नामों के लिए ही होने लगा और गणित में इनकी भूमिका लगभग समाप्त प्राय हो गयी।
★ IUPAC (आईयूपीएसी) के नये दिशानिर्देशों के अनुसार अब आवर्त सारणी के समूहों के नाम भी रोमन के बजाय हिन्दू अंकों में लिखे जाते हैं।
संख्या 1 से 1000 तक के मुख्य मुख्य अंक यहां दिए गए हैं।
1 = I
2 = II
3 =III
4 = 5-1 = V-I=IV
5 = V
6 =5+1 = V+I=VI
7=5+2=V+II=VII
8=5+3=V+III=VIII
9=10-1=X-I=IX
10=X
11=10+1=X+I=XI
12=10+2 =X +II =XII
13=10 +3 =X+III =XIII
14=10 +4 =X+IV =XIV
15=10+5 =X+V = XV
16=10 +6 =X +VI =XVI
17=10+7 =X+VII=XVII
18=10+8=X+VIII=XVIII
19=10+9=X+IX=XIX
20=10+10=X+X=XX
21=20+1=XX+I=XXI
22=20+2=XX+II=XXII
23=20+3=XX+III=XXIII
24=20+4=XX+IV=XXIV
25=20+5=XX+V=XXV
26=20+6=XX+VI=XXVI
27=20+7=XX+VII=XXVII
28=20+8=XX+VIII=XVIII
29=20+9=XX+IX=XXIX
30=10+10+10=X+X+X=XXX
40=50-10=L-X=XL
50=L
60=50+10=L+X=LX
70=50+20=L+XX=LXX
80=50+30=L+XXX=LXXX
90=100-10=C-X=XC
100=C
200 =100+100=C+C=CC
300=100+100+100=C+C+C=CCC
400=500-100=D-C=CD
500=D
600=500+100=D+C=DC
700=500 +200=DCC
800=500+300=DCCC
900=1000-100=M-C=CM
1000=M
2000=1000+1000=M+M=MM
3000=1000+1000+1000=M+M+M=MMM
3878=3000+800+50+20+8=MMMDCCCLXXVIII
प्रैक्टिस टाइम (Practice Time)
निम्न को रोमन अंकों में लिखिए ( write the Roman numerals fore)
01. 1
02. 4
03. 5
04. 8
05. 9
06. 10
07. 11
08. 19
09. 30
10. 34
11. 39
12. 40
13. 45
14. 60
15. 64
16. 69
17. 80
18. 90
19. 94
20. 99
21. 100
22. 150
23. 200
24. 400
25. 500
26. 244
27. 458
28. 900
29. 925
30. 845
31. 1000
Ex 01.
Sol. 69
= 60 + 9
=50+10 +9
= L + X + IX
=LXIX.
98
=(100 – 10 ) +8
=XC +VIII
=XCVIII
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